हर रंग में उमंग है
हर रंग में तरंग है
रंगों भरी होली में..
हर तरफ़ हुड़दंग है
और जब इस हुड़दंग में
मिल जाए दिलों की मस्ती
तब भूलकर हर गिले-शिक़वे
रंगों में डूब जाए हर हस्ती..
आओ बिखेरे प्यार के रंग
मनाए होली इक-दूजे के संग...
- पुनीत भारद्वाज
रंगों से भरा और गुदगुदादा एक कमाल का ब्लॉग बनाया है तुमने। कविताओं में ताजगी और बातों में जिंदादिली,क्या बात है। बहुत ही शानदार और जानदार ब्लॉग है तुम्हारा, बिलकुल तुम्हारी कविता की तरह।
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रंगों से भरा और गुदगुदादा एक कमाल का ब्लॉग बनाया है तुमने। कविताओं में ताजगी और बातों में जिंदादिली,क्या बात है। बहुत ही शानदार और जानदार ब्लॉग है तुम्हारा, बिलकुल तुम्हारी कविता की तरह।
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