ऐश्वर्या राय..तारीफ करूं क्या उसकी जिसने....




THE BEAUTY QUEEN

मिस वर्ल्ड.. हिंदी फिल्मों की सफल हीरोइन..मशहूर मॉडल या फिर कुछ और?..जेहन में जितने सवाल उभरते हैं..उनके जवाब में एक ही चमकदार चेहरा मिलता है...ऐश्वर्या रॉय...जिसकी नज़ाकत भी उससे कई बार सवाल करती है कि तुम इतनी नाज़ुक क्यों हो...अगर ऐश्वर्या के मकाम की बात करें तो फिर एक सवाल उभरता है कि एक मिडल क्लास लड़की ने न जाने कौन से ख्वाब के परों को पकड़कर आज अपने हिस्से का आसमान तलाश लिया है. एक नवंबर 1973 को मैंगलोर में बॉयोलोजिस्ट पिता कृष्ण राय और मां वृंदा राय के घर जब ऐश्वर्या का जन्म हुआ तो शायद ही किसी ने सोचा होगा कि एक दिन इस लड़की के हाथों में जहां भर की खुशियों की रेखाएं खीचेंगी...एक आम हिंदुस्तानी लड़की की तरह ऐश्वर्या की परवरिश हुई...ऐश्वर्या के जन्म के बाद उनके मां-बाप मुंबई आ गए जहां आर्य विद्या मंदिर में उनका दाखिला करा दिया गया,..इसके बाद जय हिंद कॉलेज में एक साल तक पढ़ने के बाद ऐश्वर्या ने रुपारेल कॉलेज से अपनी HSC कम्पिलीट की..और मन ही मन एक आर्किटेक्ट बनने का सपना देखने लगीं...इस बीच ऐश्वर्या ने मॉडलिंग में भी किस्मत आजमाने की सोची...और 1994 में मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में सुष्मिता सेन के बाद फर्सट रनर अप रहकर भी उन्होंने मिस फोटोजैनिक का अवार्ड जीता...इसके बाद उन्हें भारत की ओर से लंदन में आयोजित मिस वर्ल्ड कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेने का मौका मिला.....इसके बाद जो हुआ उसे न तो दुनिया भूली और न हम...आज भी वो लम्हा लोगों को याद है जब जादूभरी आंखों वाली ऐश्वर्या के सिर पर मिस वर्ल्ड का ताज सजाया गया था...और हर भारतीय खुद को भावुक होने से रोक नहीं पाया....

AN ACTRESS--
ग्लैमर के आकाश पर जितनी तेज़ चमक ऐश्वर्या के आने के बाद हुई उतनी शायद ही उनसे पहली कभी देखी गई हो....उन्हें यूं तो कई फिल्मों के ऑफर आ रहे थे..लेकिन ऐश्वर्या ने शुरुआत की जाने माने निर्देशक मणिरत्नम की फिल्म इरुवर से..1997 में आई इस फिल्म से ऐश्वर्या के हुस्न के जादू ने साउथ से लेकर मुंबई तक सबको अपना कायल बना दिया..इसी साल बॉबी देओल के साथ ऐश्वर्या की पहली हिंदी फिल्म और प्यार हो गया भी रिलीज़ हुई...फिल्म तो नहीं चली पर ऐश का जादू सबकपर छाने लगा...1998 में तमिल फिल्म जींस में ऐश्वर्या की खूबसूरती के कायल तो उन्हें आठवां अजूबा ही मानने लगे....लेकिन ऐश्वर्या की जिंदगी में एक ब्रेकथ्रू तब आया जब 1998 में हम दिल दे चुके सनम रिलीज़ हुई....इस फिल्म ने ऐश्वर्या को दिया उनका पहला फिल्मफेयर अवार्ड...इस फिल्म से ऐश्वर्या की जिंदगी में दो चीजें एक साथ आई पहली कामयाबी दूसरा सलमान खान....इसके बाद तो इन दोनों के इश्क के चर्चे हर जगह हुए....1999 में आई ताल ने ऐश्वर्या के अंदर छूपी एक मौच्योर एक्ट्रैस को उभारा तो वहीं जोश ने उनकी चुलबुली हरकतों से हमें रुबरु कराया...फिर आई देवदास जिसमें पारो के रोल में ऐश्वर्या की पर्फार्मेंस को न केवल क्रिटिक्स ने सराहा बल्कि इस रोल के लिए ऐश को बेस्ट एक्ट्रैस का दूसरा फिल्म फेयर अवार्ड मिला...जैसे जैसे फिल्में बढ़ती गई ऐश की लोकप्रियता भी बढ़ती गई.....कभी हमने उन्हें रविन्द्र नाथ टैगोर की चोखेर बाली बनते देखा तो कभी हमें वो रेनकोर्ट में एक साधारण औरत के किरदार में नज़र आई...जो एक गुमनाम जिंदगी जी रही है.....लेकिन इन सबके बीच ऐश्वर्या की मास अपील बढ़ती गई..और उन्होंने हॉलीवुड के भी कई प्रोजेक्ट्स किये...जिनंमें BRIDE & PREJUDICE ..MISTRESS OF SPICES..और THE LAST LEGION जैसी फिल्में खास रही...अपनी फिल्मों के अलावा कान फिल्म फेस्टिवल में बतौर जूरी मेंबर बनकर भी ऐश्वर्या ने काफी वाहवाही बटोरी....इस बीच धूम टू में जहां ऋतिक के साथ ऐश के किसिंग सीन के चर्चे रहे तो वहीं गुरु में ऐश की संजीदगी के कायलों की भी कमी नहीं है...इसे ऐश्वर्य का जादू ही कह सकते हैं कि लंदन के मैडम ट्यूसैड्स म्यूजियम में उनका स्टैच्यू रखा गया है...बंटी और बबली में कजरारे कजरारे करने वाली ऐश्वर्या ने जब 2007 में अमिषेक बच्चन से शादी की तो न जाने कितने गुमनाम आशिकों के दिल टूट गये होंगे...हाल फिलहाल में आई जोधा अकबर और सरकार राज ने ऐश्वर्या को बतौर एक्ट्रैस औऱ ज्यादा उभारा है और इन्हें देखकर तो यही लगता है कि भले ही वो आज देश के एक जाने-माने घराने की बहू हों लेकिन ऐश्वर्या ने अपना वजूद खुद बनाया है..


तुषार उप्रेती

1 टिप्पणी:

addictionofcinema ने कहा…

achha likha hai tushar bhai
badhai