आज़ादी आतंकवाद के ख़िलाफ़....

    • ये एक न्यूज़ फ़ीचर है जो मैने आज़ादी की 61वीं सालगिरह पर लाइव इंडिया चैनल के लिए बनाया...





15 अगस्त 1947..

वो ऐतिहासिक दिन..
जब हमें आज़ादी मिली।।



आज़ादी कुछ कहने की..

आज़ादी अत्याचार ना सहने की..

आज़ादी हिंदुस्तान में कहीं भी रहने की..

आज़ादी खुली हवा में सांस लेने की...



मगर अब.......



हर तरफ़ ख़ून है, लाशें हैं...बर्बादी है....


ज़रा सोचिए क्या हमें जीने की आज़ादी है....





- पुनीत भारद्वाज

3 टिप्‍पणियां:

Dhaneshwar Verma ने कहा…

apne likha ki hame agadi mili hai kahi bhi rahne ki lekin hamare desh mai hi desh ko batne ki sajis chal rahi hai (jaise mumbai me) hame iske khilaf awaj uthana chahiye.

Puneet Bhardwaj ने कहा…

बिल्कुल दोस्त.. इसके खिलाफ आवाज़ उठानी चाहिए.. हमलोग मीडिया में रहकर कोशिश करते हैं.. आप और सब कीजिए..

Unknown ने कहा…

Hi Puneet... I feel awareness among the commom man is the only solution... there are ppl with vested interests who want to Divide nd Rule... Media can play a greator role.. only if it tries...