Song- मैं भूल जाऊं तुम्हें...
Lyricist- जावेद अख़्तर
Singer- जगजीत सिंह
Music- जगजीत सिंह
Album- सिलसिला
- ये गाना सुनिए
मैं भूल जाऊं तुम्हें अब यही मुनासिब है
मगर भूलाना भी चाहूं तो किस तरह भूलूं
के तुम तो फिर भी हक़ीक़त हो कोई ख़्वाब नहीं
यहां तो दिल का ये आलम है
क्या कहूं..कम्बख़्त..
भूला सका ना ये वो सिलसिला जो था ही नहीं
वो इक ख़्याल जो आवाज़ तक गया ही नहीं
वो एक बात जो मैं कह नहीं सका तुमसे
वो एक रब्त* जो हममे कभी रहा ही नहीं
मुझे है याद वो सब जो कभी हुआ ही नहीं
अगर ये हाल है दिल का तो कोई समझाए
तुम्हें भूलाना भी चाहूं तो किस तरह भूलूं
के तुम तो फिर भी हक़ीक़त हो कोई ख़्वाब नहीं
के तुम तो फिर भी हक़ीक़त हो कोई ख़्वाब नहीं
के तुम तो फिर भी हक़ीक़त हो कोई ख़्वाब नहीं
के तुम तो फिर भी हक़ीक़त हो
कोई ख़्वाब नहीं...........
* रिश्ता
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