- ये एक न्यूज़ फ़ीचर है जो मैने आज़ादी की 61वीं सालगिरह पर लाइव इंडिया चैनल के लिए बनाया...
15 अगस्त 1947..
वो ऐतिहासिक दिन..
जब हमें आज़ादी मिली।।
आज़ादी कुछ कहने की..
आज़ादी अत्याचार ना सहने की..
आज़ादी हिंदुस्तान में कहीं भी रहने की..
आज़ादी खुली हवा में सांस लेने की...
मगर अब.......
हर तरफ़ ख़ून है, लाशें हैं...बर्बादी है....
ज़रा सोचिए क्या हमें जीने की आज़ादी है....
- पुनीत भारद्वाज